Facebook Twitter Instagram
    Subscribe
    www.hindivachan.in
    Facebook Twitter Instagram YouTube
    • Home
    • Bible

      1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 11 | 1 Corinthians – 11

      October 5, 2022
    • Quiz
    • Study
    • Contact
    • Donate
    www.hindivachan.in
    Home»Bible»Old Testament»Book of Leviticus»लैव्यव्यवस्था अध्याय 15 | Leviticus Chapter 15
    Book of Leviticus

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 15 | Leviticus Chapter 15

    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Reddit WhatsApp Email
    Share
    Facebook Twitter Pinterest Reddit WhatsApp Email
    सुची पर जायें

    1 फिर यहोवा ने मूसा से कहा,

    2 कि इस्त्राएलियों से कहो, कि जिस जिस पुरूष के प्रमेह हो, तो वह प्रमेह के कारण से अशुद्ध ठहरे।

    3 और चाहे बहता रहे, चाहे बहना बन्द भी हो, तौभी उसकी अशुद्धता बनी रहेगी।

    4 जिसके प्रमेह हो वह जिस जिस बिछौने पर लेटे वह अशुद्ध ठहरे, और जिस जिस वस्तु पर वह बैठे वह भी अशुद्ध ठहरे।

    5 और जो कोई उसके बिछौने को छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध ठहरा रहे।

    6 और जिसके प्रमेह हो और वह जिस वस्तु पर बैठा हो, उस पर जो कोई बैठे वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध ठहरा रहे।

    7 और जिसके प्रमेह हो उससे जो कोई छू जाए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    8 और जिसके प्रमेह हो यदि वह किसी शुद्ध मनुष्य पर थूके, तो वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    9 और जिसके प्रमेह हो वह सवारी की जिस वस्तु पर बैठे वह अशुद्ध ठहरे।

    10 और जो कोई किसी वस्तु को जो उसके नीचे रही हो छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    11 और जिसके प्रमेह हो वह जिस किसी को बिना हाथ धोए छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    12 और जिसके प्रमेह हो वह मिट्टी के जिस किसी पात्र को छूए वह तोड़ डाला जाए, और काठ के सब प्रकार के पात्र जल से धोए जाएं।

    13 फिर जिसके प्रमेह हो वह जब अपने रोग से चंगा हो जाए, तब से शुद्ध ठहरने के सात दिन गिन ले, और उनके बीतने पर अपने वस्त्रों को धोकर बहते हुए जल से स्नान करे; तब वह शुद्ध ठहरेगा।

    14 और आठवें दिन वह दो पंडुक वा कबूतरी के दो बच्चे ले कर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सम्मुख जा कर उन्हें याजक को दे।

    15 तब याजक उन में से एक को पापबलि; और दूसरे को होमबलि के लिये भेंट चढ़ाए; और याजक उसके लिये उसके प्रमेह के कारण यहोवा के साम्हने प्रायश्चित्त करे॥

    16 फिर यदि किसी पुरूष का वीर्य्य स्खलित हो जाए, तो वह अपने सारे शरीर को जल से धोए, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    17 और जिस किसी वस्त्र वा चमड़े पर वह वीर्य्य पड़े वह जल से धोया जाए, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    18 और जब कोई पुरूष स्त्री से प्रसंग करे, तो वे दोनो जल से स्नान करें, और सांझ तक अशुद्ध रहें॥

    19 फिर जब कोई स्त्री ऋतुमती रहे, तो वह सात दिन तक अशुद्ध ठहरी रहे, और जो कोई उसको छूए वह सांझ तक अशुद्ध रहे।

    20 और जब तक वह अशुद्ध रहे तब तक जिस जिस वस्तु पर वह लेटे, और जिस जिस वस्तु पर वह बैठे वे सब अशुद्ध ठहरें।

    21 और जो कोई उसके बिछौने को छूए वह अपने वस्त्र धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    22 और जो कोई किसी वस्तु को छूए जिस पर वह बैठी हो वह अपने वस्त्र धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    23 और यदि बिछौने वा और किसी वस्तु पर जिस पर वह बैठी हो छूने के समय उसका रूधिर लगा हो, तो छूनेहारा सांझ तक अशुद्ध रहे।

    24 और यदि कोई पुरूष उससे प्रसंग करे, और उसका रूधिर उसके लग जाए, तो वह पुरूष सात दिन तक अशुद्ध रहे, और जिस जिस बिछौने पर वह लेटे वे सब अशुद्ध ठहरें॥

    25 फिर यदि किसी स्त्री के अपने मासिक धर्म के नियुक्त समय से अधिक दिन तक रूधिर बहता रहे, वा उस नियुक्त समय से अधिक समय तक ऋतुमती रहे, तो जब तक वह ऐसी दशा में रहे तब तक वह अशुद्ध ठहरी रहे।

    26 उसके ऋतुमती रहने के सब दिनों में जिस जिस बिछौने पर वह लेटे वे सब उसके मासिक धर्म के बिछौने के समान ठहरें; और जिस जिस वस्तु पर वह बैठे वे भी उसके ऋतुमती रहे के दिनों की नाईं अशुद्ध ठहरें।

    27 और जो कोई उन वस्तुओं को छुए वह अशुद्ध ठहरे, इसलिये वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे।

    28 और जब वह स्त्री अपने ऋतुमती से शुद्ध हो जाए, तब से वह सात दिन गिन ले, और उन दिनों के बीतने पर वह शुद्ध ठहरे।

    29 फिर आठवें दिन वह दो पंडुक था कबूतरी के दो बच्चे ले कर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास जाए।

    30 तब याजक एक को पापबलि और दूसरे को होमबलि के लिये चढ़ाए; और याजक उसके लिये उसके मासिक धर्म की अशुद्धता के कारण यहोवा के साम्हने प्रायश्चित्त करे॥

    31 इस प्रकार से तुम इस्त्राएलियों को उनकी अशुद्धता से न्यारे रखा करो, कहीं ऐसा न हो कि वे यहोवा के निवास को जो उनके बीच में है अशुद्ध करके अपनी अशुद्धता में फंसे हुए मर जाएं॥

    32 जिसके प्रमेह हो और जो पुरूष वीर्य्य स्खलित होने से अशुद्ध हो;

    33 और जो स्त्री ऋतुमती हो; और क्या पुरूष क्या स्त्री, जिस किसी के धातुरोग हो, और जो पुरूष अशुद्ध स्त्री के प्रसंग करे, इन सभों के लिये यही व्यवस्था है॥

     

    अध्याय 16
    Leviticus Old Testament
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn WhatsApp Reddit Email

    Related Posts

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 27 | Leviticus Chapter 27

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 26 | Leviticus Chapter 26

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 25 | Leviticus Chapter 25

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 24 | Leviticus Chapter 24

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 23 | Leviticus Chapter 23

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 22 | Leviticus Chapter 22

    October 3, 2022
    Add A Comment

    Comments are closed.

    मत्ती 20 | मत्ती रचित सुसमाचार | Book of Matthew – 20 | Online Hindi Bible

    यूहन्ना अध्याय 21 | Book of John Chapter 21

    प्रकाशितवाक्य – अध्याय 5 | Book of Revelation Chapter 5

    मत्ती 8 | मत्ती रचित सुसमाचार | Book of Matthew – 8 | Online Hindi Bible

    Categories

    मत्ती 17 | मत्ती रचित सुसमाचार | Book of Matthew – 17 | Online Hindi Bible

    1 छ:दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ…

    Read More

    प्रकाशितवाक्य – अध्याय 6 | Book of Revelation Chapter 6

    सूची पर जायें फिर मैं ने देखा, कि मेम्ने ने उन सात मुहरों में से…

    Read More

    मरकुस अध्याय 16 | Book of Mark Chapter 16

    यूहन्ना अध्याय 15 | Book of John Chapter 15

    1 कुरिन्थियों – 3 | 1 Corinthians – 3

    सुची पर जायें 1 हे भाइयों, मैं तुम से इस रीति से बातें न कर…

    Read More

    लूका रचित सुसमाचार– 7 | Gospel of Luke – Online Hindi Bible

    1 जब वह लोगों को अपनी सारी बातें सुना चुका, तो कफरनहूम में आया। 2 और…

    Read More

    मरकुस अध्याय 3 | Book of Mark Chapter 3

    सूची पर जायें 1 और वह आराधनालय में फिर गया; और वहां एक मनुष्य था,…

    Read More

    प्रकाशितवाक्य – अध्याय 4 | Book of Revelation Chapter 4

    सूची पर जायें इन बातों के बाद जो मैं ने दृष्टि की, तो क्या देखता…

    Read More
    New Testament

    1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16

    1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15

    1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13

    1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12

    Recent Posts
    • 1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16
    • 1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15
    • 1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12
    • 1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13
    • 1 कुरिन्थियों – 11 | 1 Corinthians – 11
    Facebook Twitter Instagram Pinterest YouTube LinkedIn
    • About Us
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions
    • Contact
    © 2023 HindiVachan. Designed by CreativeMevin.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.