Facebook Twitter Instagram
    Subscribe
    www.hindivachan.in
    Facebook Twitter Instagram YouTube
    • Home
    • Bible

      1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13

      October 5, 2022

      1 कुरिन्थियों – 11 | 1 Corinthians – 11

      October 5, 2022
    • Quiz
    • Study
    • Contact
    • Donate
    www.hindivachan.in
    Home»Bible»Old Testament»Book of Genesis»उत्पत्ति अध्याय 26 | Genesis Chapter 26 | Online Hindi Bible
    Book of Genesis

    उत्पत्ति अध्याय 26 | Genesis Chapter 26 | Online Hindi Bible

    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Reddit WhatsApp Email
    Share
    Facebook Twitter Pinterest Reddit WhatsApp Email
    सूची पर जायें

    1 और उस देश में अकाल पड़ा, वह उस पहिले अकाल से अलग था जो इब्राहीम के दिनों में पड़ा था। सो इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया।

    2 वहां यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा, मिस्र में मत जा; जो देश मैं तुझे बताऊं उसी में रह।

    3 तू इसी देश में रह, और मैं तेरे संग रहूंगा, और तुझे आशीष दूंगा; और ये सब देश मैं तुझ को, और तेरे वंश को दूंगा; और जो शपथ मैं ने तेरे पिता इब्राहीम से खाई थी, उसे मैं पूरी करूंगा।

    4 और मैं तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान करूंगा। और मैं तेरे वंश को ये सब देश दूंगा, और पृथ्वी की सारी जातियां तेरे वंश के कारण अपने को धन्य मानेंगी।

    5 क्योंकि इब्राहीम ने मेरी मानी, और जो मैं ने उसे सौंपा था उसको और मेरी आज्ञाओं विधियों, और व्यवस्था का पालन किया।

    6 सो इसहाक गरार में रह गया।

    7 जब उस स्थान के लोगों ने उसकी पत्नी के विषय में पूछा, तब उसने यह सोच कर कि यदि मैं उसको अपनी पत्नी कहूं, तो यहां के लोग रिबका के कारण जो परमसुन्दरी है मुझ को मार डालेंगे, उत्तर दिया, वह तो मेरी बहिन है।

    8 जब उसको वहां रहते बहुत दिन बीत गए, तब एक दिन पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक ने खिड़की में से झांक के क्या देखा, कि इसहाक अपनी पत्नी रिबका के साथ क्रीड़ा कर रहा है।

    9 तब अबीमेलेक ने इसहाक को बुलवा कर कहा, वह तो निश्चय तेरी पत्नी है; फिर तू ने क्योंकर उसको अपनी बहिन कहा? इसहाक ने उत्तर दिया, मैं ने सोचा था, कि ऐसा न हो कि उसके कारण मेरी मृत्यु हो।

    10 अबीमेलेक ने कहा, तू ने हम से यह क्या किया? ऐसे तो प्रजा में से कोई तेरी पत्नी के साथ सहज से कुकर्म कर सकता, और तू हम को पाप में फंसाता।

    11 और अबीमेलेक ने अपनी सारी प्रजा को आज्ञा दी, कि जो कोई उस पुरूष को वा उस स्त्री को छूएगा, सो निश्चय मार डाला जाएगा।

    12 फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया: और यहोवा ने उसको आशीष दी।

    13 और वह बढ़ा और उसकी उन्नति होती चली गई, यहां तक कि वह अति महान पुरूष हो गया।

    14 जब उसके भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियां हुई, तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे।

    15 सो जितने कुओं को उसके पिता इब्राहीम के दासों ने इब्राहीम के जीते जी खोदा था, उन को पलिश्तियों ने मिट्टी से भर दिया।

    16 तब अबीमेलेक ने इसहाक से कहा, हमारे पास से चला जा; क्योंकि तू हम से बहुत सामर्थी हो गया है।

    17 सो इसहाक वहां से चला गया, और गरार के नाले में तम्बू खड़ा करके वहां रहने लगा।

    18 तब जो कुएं उसके पिता इब्राहीम के दिनों में खोदे गए थे, और इब्राहीम के मरने के पीछे पलिश्तियों ने भर दिए थे, उन को इसहाक ने फिर से खुदवाया; और उनके वे ही नाम रखे, जो उसके पिता ने रखे थे।

    19 फिर इसहाक के दासों को नाले में खोदते खोदते बहते जल का एक सोता मिला।

    20 तब गरारी चरवाहों ने इसहाक के चरवाहों से झगड़ा किया, और कहा, कि यह जल हमारा है। सो उसने उस कुएं का नाम एसेक रखा इसलिये कि वे उससे झगड़े थे।

    21 फिर उन्होंने दूसरा कुआं खोदा; और उन्होंने उसके लिये भी झगड़ा किया, सो उसने उसका नाम सित्रा रखा।

    22 तब उसने वहां से कूच करके एक और कुआं खुदवाया; और उसके लिये उन्होंने झगड़ा न किया; सो उसने उसका नाम यह कह कर रहोबोत रखा, कि अब तो यहोवा ने हमारे लिये बहुत स्थान दिया है, और हम इस देश में फूलें-फलेंगे।

    23 वहां से वह बेर्शेबा को गया।

    24 और उसी दिन यहोवा ने रात को उसे दर्शन देकर कहा, मैं तेरे पिता इब्राहीम का परमेश्वर हूं; मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूं, और अपने दास इब्राहीम के कारण तुझे आशीष दूंगा, और तेरा वंश बढ़ाऊंगा

    25 तब उसने वहां एक वेदी बनाई, और यहोवा से प्रार्थना की, और अपना तम्बू वहीं खड़ा किया; और वहां इसहाक के दासों ने एक कुआं खोदा।

    26 तब अबीमेलेक अपने मित्र अहुज्जत, और अपने सेनापति पीकोल को संग ले कर, गरार से उसके पास गया।

    27 इसहाक ने उन से कहा, तुम ने मुझ से बैर करके अपने बीच से निकाल दिया था; सो अब मेरे पास क्यों आए हो?

    28 उन्होंने कहा, हम ने तो प्रत्यक्ष देखा है, कि यहोवा तेरे साथ रहता है: सो हम ने सोचा, कि तू तो यहोवा की ओर से धन्य है, सो हमारे तेरे बीच में शपथ खाई जाए, और हम तुझ से इस विषय की वाचा बन्धाएं;

    29 कि जैसे हम ने तुझे नहीं छूआ, वरन तेरे साथ निरी भलाई की है, और तुझ को कुशल क्षेम से विदा किया, उसके अनुसार तू भी हम से कोई बुराई न करेगा।

    30 तब उसने उनकी जेवनार की, और उन्होंने खाया पिया।

    31 बिहान को उन सभों ने तड़के उठ कर आपस में शपथ खाई; तब इसहाक ने उन को विदा किया, और वे कुशल क्षेम से उसके पास से चले गए।

    32 उसी दिन इसहाक के दासों ने आकर अपने उस खोदे हुए कुएं का वृत्तान्त सुना के कहा, कि हम को जल का एक सोता मिला है।

    33 तब उसने उसका नाम शिबा रखा: इसी कारण उस नगर का नाम आज तक बेर्शेबा पड़ा है॥

    34 जब ऐसाव चालीस वर्ष का हुआ, तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत, और हित्ती एलोन की बेटी बाशमत को ब्याह लिया।

    35 और इन स्त्रियों के कारण इसहाक और रिबका के मन को खेद हुआ॥

    अध्याय 27
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn WhatsApp Reddit Email

    Related Posts

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 27 | Leviticus Chapter 27

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 26 | Leviticus Chapter 26

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 25 | Leviticus Chapter 25

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 24 | Leviticus Chapter 24

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 23 | Leviticus Chapter 23

    October 3, 2022

    लैव्यव्यवस्था अध्याय 22 | Leviticus Chapter 22

    October 3, 2022
    Add A Comment

    Comments are closed.

    लूका रचित सुसमाचार– 5 | Gospel of Luke – Online Hindi Bible

    लूका रचित सुसमाचार– 23 | Gospel of Luke 23 – Online Hindi Bible

    यूहन्ना अध्याय 14 | Book of John Chapter 14

    यूहन्ना अध्याय 20 | Book of John Chapter 20

    Categories

    यूहन्ना अध्याय 21 | Book of John Chapter 21

    सूची पर जायें 1 इन बातों के बाद यीशु ने अपने आप को तिबिरियास झील…

    Read More

    1 कुरिन्थियों – 8 | 1 Corinthians – 8

    सुची पर जायें 1 अब मूरतों के साम्हने बलि की हुई वस्तुओं के विषय में…

    Read More

    प्रेरितों के काम 17 | Acts of Apostles Chapter 17 | Online Hindi Bible

    3 यूहन्ना | Epistle of John 3

    यूहन्ना अध्याय 9 | Book of John Chapter 9

    सूची पर जायें 1 फिर जाते हुए उस ने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म…

    Read More

    लूका रचित सुसमाचार– 16 | Gospel of Luke – Online Hindi Bible

    1 फिर उस ने चेलों से भी कहा; किसी धनवान का एक भण्डारी था, और…

    Read More

    मत्ती 3 | मत्ती रचित सुसमाचार | Book of Matthew – 3 | Online Hindi Bible

    सूची पर जायें 1 उन दिनों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला आकर यहूदिया के जंगल में…

    Read More

    प्रेरितों के काम 12 | Acts of Apostles Chapter 12 | Online Hindi Bible

    अध्याय 1 उस समय हेरोदेस राजा ने कलीसिया के कई एक व्यक्तियों को दुख देने…

    Read More
    New Testament

    1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16

    1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15

    1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13

    1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12

    Recent Posts
    • 1 कुरिन्थियों – 16 | 1 Corinthians – 16
    • 1 कुरिन्थियों – 15 | 1 Corinthians – 15
    • 1 कुरिन्थियों – 12 | 1 Corinthians – 12
    • 1 कुरिन्थियों – 13 | 1 Corinthians – 13
    • 1 कुरिन्थियों – 11 | 1 Corinthians – 11
    Facebook Twitter Instagram Pinterest YouTube LinkedIn
    • About Us
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions
    • Contact
    © 2023 HindiVachan. Designed by CreativeMevin.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.